गांव में पले-बढे, गांव में छोटीसी दूकान से मोटा धन कमाकर बड़ा दुकानदार बने मदन बेनीवाल की पिछली दिनों असलियत सामने आई जब पूर्व सरपंच श्री महावीर सिंह जी की शिकायत पर खाद्य निरीक्षक रतन लाल गोदारा ने छापा मारकर कार्यवाही के लिए बेनीवाल की दूकान पर बेचे जा रहे नकली तेल के सेम्पल लिए|
ज्ञात हो पिछले दिनों हुई इस छापामारी में पाया गया कि मदन बेनीवाल रिफाइंड तेल के नाम पर डिब्बा बंद सस्ता और घटिया पाम आयल बेच रहा था. इस तरह से मदन बेनीवाल ने धन कमाने के लिए गांव वालों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हुए उस गांव से गद्दारी की जिस गांव से वह कमाई कर अमीर बना है| बेनीवाल के इस घृणित कृत्य से गांव वालों को अब समझ आया कि कैसे मदन बेनीवाल गांव के अन्य दुकानदारों के बजाय ज्यादा कमाने में सफल रहा| अब तक गांव में बेनीवाल की छवि थी लेकिन इस छापेमारी व ठगी के उसके कृत्य से गांव में उसकी छवि को गहरा आघात पहुंचा है और अब गांव वाले किसी भी दुकानदार पर भरोसा नहीं कर पा रहे आखिर बेनीवाल गांव वालों द्वारा किये भरोसे के साथ विश्वासघात किया है|
ज्ञात हो पिछले दिनों हुई इस छापामारी में पाया गया कि मदन बेनीवाल रिफाइंड तेल के नाम पर डिब्बा बंद सस्ता और घटिया पाम आयल बेच रहा था. इस तरह से मदन बेनीवाल ने धन कमाने के लिए गांव वालों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हुए उस गांव से गद्दारी की जिस गांव से वह कमाई कर अमीर बना है| बेनीवाल के इस घृणित कृत्य से गांव वालों को अब समझ आया कि कैसे मदन बेनीवाल गांव के अन्य दुकानदारों के बजाय ज्यादा कमाने में सफल रहा| अब तक गांव में बेनीवाल की छवि थी लेकिन इस छापेमारी व ठगी के उसके कृत्य से गांव में उसकी छवि को गहरा आघात पहुंचा है और अब गांव वाले किसी भी दुकानदार पर भरोसा नहीं कर पा रहे आखिर बेनीवाल गांव वालों द्वारा किये भरोसे के साथ विश्वासघात किया है|
रतन जी, आपका लेख पढ़ा । आपको हिंदी के एक सशक्त मंच के सृजन एवं कुशल संचालन हेतु बहुत-बहुत बधाई । इन्टरनेट पर अभी भी कई बेहतरीन रचनाएं अंग्रेज़ी भाषा में ही हैं, जिसके कारण आम हिंदीभाषी लोग इन महत्वपूर्ण आलेखों से जुड़े संदेशों या बातों जिनसे उनके जीवन में वास्तव में बदलाव हो सकता है, से वंचित रह जाते हैं| ऐसे हिन्दीभाषी यूजर्स के लिए ही हम आपके अमूल्य सहयोग की अपेक्षा रखते हैं ।
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