Welcome to Bhagatpura, Dist. Sikar (Rajasthan)

Jul 4, 2010

ले.कमांडर चैन सिंह शेखावत से मुलाकात

ले.कमांडर श्री चैन सिंह जी शेखावत की दिल्ली पोस्टिंग हुए करीब तीन साल बीत गए पर उनसे मिलने जाने का कार्यक्रम हर आने वाले रविवार के दिन का बनता है पर बीते तीन सालों में वह दिन कल आया जब आखिर उनसे मिलने का कार्यक्रम सिरे चढ़ा | कल सुबह ही चैन सिंह जी का फ़ोन पर सन्देश आ गया था कि भगतपुरा से पूर्व सरपंच श्री महावीर सिंह व उनके दामाद जो दिल्ली के पास ही महिपालपुर रहते है शाम को आने वाले है इसलिए आज आपको भी आना ही है ना आने का कोई बहाना नहीं चलेगा |
चैन सिंह जी वैसे तो गांव में मेरे चचेरे भाई है और मेरे से दो माह बड़े होने के चलते मेरे आदरणीय बड़े भाई तो है हीं भगतपुरा की प्राथमिक स्कूल में पांचवी तक एक साथ पढाई व एक साथ खेलने के समय से ही आपस में बहुत आत्मीयता है |
भगतपुरा गांव की सरकारी प्राथमिक स्कूल से पांचवी कक्षा तक पढ़कर चैन जी अजमेर अंग्रेजी माध्यम से पढने चले गए व बाद में उन्होंने चित्तौड़गढ़ स्थित सैनिक स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर भारतीय जल सेना में भर्ती हो गए जहाँ वे आजकल ले.कमांडर के पद पर कार्यरत है |
अतः कल उनका फ़ोन आने के बाद मैं कल शाम को ही फरीदाबाद से निकल कर उनके धुला कुवाँ के पास अर्जुन विहार स्थित निवास पर पहुँच गया था | थोड़ी देर में गांव के पूर्व सरपंच श्री महावीर सिंह जी अपने दामाद श्री भगवान सिंह जी के साथ पहुँच गए थे | महावीर सिंह जी को काफी देर तक मैं ज्ञान दर्पण व राजपूत वर्ल्ड के साथ हिंदी विकिपेडिया पर अपने द्वारा जोड़े गए इतिहास के कार्य दिखाता रहा | साथ ही उनके पिताजी राजस्थान के प्रसिद्ध साहित्यकार श्री सोभाग्य सिंह जी द्वारा लिखे एतिहासिक लेख जिन्हें मैंने ज्ञान दर्पण पर प्रकाशित किये दिखाए | वहां हिंदी चिट्ठाकारों की टिप्पणियाँ पढ़कर वे इतने प्रसन्न हुए कि उन्होंने मुझे श्री सोभाग्य सिंह जी द्वारा लिखे लगभग १०० एतिहासिक लेख हिंदी विकिपेडिया ज्ञान दर्पण पर प्रकाशनार्थ देने का वायदा किया|
अंतरजाल पर हिंदी साहित्य सामग्री की भविष्य में आवश्यकता पर चर्चा के बाद भाभी श्री द्वारा तैयार लजीज भोजन के स्वाद का पूरा मजा लेते हुए पेट पूजा करने के बाद हम महावीर सिंह जी को भगतपुरा जाने वाली बस में बिठाने धुला कुंवा चले गए और वापस आते ही हमारा भतीजा शैलू अपना ब्लॉग बनवाने बैठ गया रात को ही उसे ब्लॉग बनाना सिखाया | सुबह हम जब उठे तब तक तो शैलू महाराज ने अपने ब्लॉग के मन पसंद टेम्पलेट तक लगा लिए और पोस्ट भी लिख डाली |शैलू अपना ब्लॉग बनाकर बहुत रोमांचित है आखिर वह भी ब्लॉग बनाकर अमिताभ बच्चन, अमरसिंह व अन्य हमारे जैसे ब्लोगर्स की कतार में जो शामिल जो हो गया |

फ़िलहाल अब आप शैलू की पहली ब्लॉग पोस्ट यहाँचटका लगाकर पढ़िए और शैलू (अभिषेक शेखावत) का लिखने हेतु उत्साहवर्धन कीजिए |

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