Welcome to Bhagatpura, Dist. Sikar (Rajasthan)

Dec 28, 2014

सरकार सरपंच ग्राम सेवक से वसूलेगी सोलर लाईट में खर्च धन

गांव में विभिन्न स्थानों पर ग्राम पंचायत ने सोलर स्ट्रीट लाईट लगाईं थी| इन लाइट्स में से ज्यादातर लाइट्स कुछ ही माह बाद ख़राब होकर बंद हो गयी| लाइट्स पर लिखे कम्पनी के टोल फ्री नंबर पर फोन लगाने पर बंद मिला| सरपंच व ग्राम सेवक से भी कई बार अनुरोध करने के बाद इन लाइट्स को ठीक करवाने हेतु कोई कदम नहीं उठाया गया|
इस बीच पता चला कि इन लाइट्स की खरीद में भी घोटाला किया गया है| कम्पनी से सीधे मूल्य सूची मांगने पर कम्पनी ने 14500 रूपये प्रति लाईट कीमत बताई जबकि ग्राम सेवक से मिली जानकारी के आधार पर ग्राम पंचायत ने ये लाइट्स 21700 रूपये प्रति लाईट खरीदी थी| इस तरह इन लाइट्स की खरीद में भारी घोटाला किया गया|
जिला परिषद को विभिन्न पंचायतों द्वारा सोलर लाइट्स में घोटाला किये जाने की जानकारी मिलने के बाद जांच कर जिले की 121 ग्राम पंचायतों को दोषी पाया| जिनमें सामी ग्राम पंचायत भी दोषी पाई गई और जिला परिषद अधिकारी द्वारा सामी ग्राम पंचायत सहित 121 ग्राम पंचायत सरपंचों व ग्राम सेवकों को अपनी जेब से इन पर खर्च हुआ धन जमा कराने का नोटिस दिया गया साथ ही यह भी कहा गया कि समय पर यह धन राजकोष में जमा नहीं कराने वालों के यहाँ कुड़की की कार्यवाही की जायेगी|

Apr 6, 2014

गांव में जल्द रुकने लगेंगी रोड़वेज की द्रुतगामी बसें

एक साल से भी ज्यादा समय पहले सूबेदार मूलसिंह जी के प्रयासों से राजस्थान पथ परिवहन निगम ने गांव के बस स्टेंड पर सभी द्रुतगामी बसों को रुकने का आदेश दिया था, उपरोक्त आदेश में सीकर आगार को गांव की किराया सूची निर्धारित करने के साथ अन्य आगारों की एक्सप्रेस बसों को भगतपुरा में रुकवाने की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन राजस्थान रोड़वेज के कमचारियों की लापरवाही का नतीजा देखिये कि जोनल मैनेजर द्वारा व्यक्तिगत रूप से रूचि लेने के बावजूद कर्मचारियों ने एक साल से ज्यादा समय बीतने के बावजूद इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया|

एक तरह राजस्थान रोड़वेज घाटे का रोना रोती रहती है वहीं दूसरी और उसके लापरवाह कर्मचारियों की लापरवाही और अकर्मण्यता के चलते निगम को घाटा उठाना पड़ता है साथ ही यात्रियों को घंटों बसों का इन्तजार करना पड़ता और बसें एक्सप्रेस के नाम पर खाली दौड़ती रहती है|

पिछली एक साल में पूर्व उपसरपंच राजकुमार शर्मा के साथ ग्रामीण कई बार अधिकारीयों से मिले और अपनी समस्या बताई पर फिर भी कर्मचारियों के कानों पर जूं नहीं रैंगी|

२ अप्रेल को भी पूर्व सरपंच महावीर सिंह व रतन सिंह ने सीकर जोनल मैनेजर से मिलकर यह मुद्दा उठाया तो वो भी हैरान थे कि महीनों पहले दिए उनके निर्देश का पालन नहीं हुआ और उन्होंने तुरंत जिम्मेदार कर्मचारी को बुलाकर हिदायत दी कि - भगतपुरा बस स्टेंड पर द्रुतगामी बसों को रोकने की कार्यवाही सात दिन के भीतर हो जानी चाहिये|

ग्रामीणों की इस समस्या के लिए दैनिक भास्कर अख़बार ने आवाज उठाई जिसके लिए सभी ग्रामवासी की और दैनिक भास्कर के सीकर संपादक व संवाददाता का हार्दिक आभार|