Welcome to Bhagatpura, Dist. Sikar (Rajasthan)

Jun 24, 2012

गांव का "ब्राईट फ्यूचर कंप्यूटर एजुकेशन सेंटर"

रोजगार के अलावा अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए भी गांवों से लोगों का पलायन जारी है| गांव में फ़ौज की नौकरी करने वाले ज्यादातर सैनिकों की बीबियाँ गांव के आस-पास के शहरों में अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए किराए के घरों में रहती है तो कई शहरों में अपने घर बनाकर गांव से पलायन ही कर जाती है| इस वजह से गांव में उनकी बड़ी बड़ी हवेलियाँ, मकान व खेत खिलहान सुने हो जाते है|

हमारे गांव के भी कई परिवार रोजगार व अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए गांव से पलायन कर गए उनकी सुनी पड़ी हवेलियाँ इस बात की पुष्टि करती है कि-"यदि गांव में रोजगार के उचित अवसरों के साथ यदि बच्चों के अच्छी शिक्षा व्यवस्था होती तो आज उन परिवारों को गांव से पलायन कर शहरों में विस्थापित नहीं होना पड़ता|
लेकिन अब गांव की परिस्थितियां बदली है, पहले की अपेक्षा गांव में रोजगार के साधन बढ़ें ही है और साथ ही शिक्षा के लिए भी पर्याप्त साधन बढ़ें है| आज गांव में दसवीं तक पढ़ाई के लिए अंग्रेजी माध्यम की प्राइवेट स्कुल संचालित है तो उसके बाद पास ही कस्बे लोसल में बड़ी संख्या में अच्छे स्कुल खुले है जिनकी बसें गांव में छात्रों को लेने के लिए आ जाती है साथ ही गांव से महज एक डेढ़ किलोमीटर दूर बाबा खिंवादास महाविद्यालय है जहाँ से छात्र आसानी से अपनी कालेज की पढ़ाई गांव में ही रहकर पूरी कर सकतें है|

गांव में व आस-पास के कस्बे में कई अच्छे स्कुल व कालेज होने के बावजूद गांव लोगों को अपने बच्चों को नई तकनीकि के साथ चलने हेतु कंप्यूटर शिक्षा के लिए सेंटर की आवश्यकता महसूस हो रही थी जिसे समझा गांव की ही एक होनहार बालिका सुश्री सोनम शेखावत ने|
सोनम शेखावत ने इस कमी को महसूस करते हुए खासकर बालिकाओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए गांव में अध्यापन कार्य से जुड़े रामकुमार कुमावत के साथ मिलकर "ब्राईट फ्यूचर कंप्यूटर एजुकेशन सेंटर" की 19 अगस्त 2011 को स्थापना की| जिसमे कंप्यूटर शिक्षा से सम्बंधित कई विषय सफलता के साथ पढाये जाते है जैसे-RS-CIT(RKCL) ,DCA ,PGDCA,"o" Level ,photoshop, tally ,BCA आदि आदि|
आज सोनम शेखावत के इस कंप्यूटर सेंटर में साठ बच्चे व बालिकाएं कंप्यूटर शिक्षा ग्रहण कर रहे है, पढाने के लिए सोनम के साथ रामकुमार कुमावत भी जी जान से जुटे है| यह कंप्यूटर सेंटर सरकार से भी मान्यता प्राप्त है, यहाँ कई ऐसे कोर्स भी है जिन्हें पढ़ने वालों को सरकारी सहायता भी मिलती है|
इन दोनों के प्रयासों के चलते ही आज भगतपुरा गांव में छोटे छोटे बच्चे तक कंप्यूटर शिक्षा में पारंगत है व गांव से बच्चों को शिक्षा दिलवाने के नाम पर होने वाले शहरों की ओर पलायन में बहुत कमी आई है| साथ ही इसी वजह से आज गांव का कोई बच्चा ऐसा नहीं होगा जो इस भगतपुरा ब्लॉग को ना पढता हो|

Jun 17, 2012

मीडिया में भगतपुरा ब्लॉग की चर्चा


"राजस्थान डायरी" पत्रिका के मई २०१२ के अंक में भगतपुरा गांव के इस ब्लॉग की चर्चा|

20 May 2012 दैनिक अंबर में भगतपुरा ब्लॉग पर चर्चा

Mar 18, 2012

गांव की नवनिर्मित गौ-शाला

आज देश के पशुधन में से यदि किसी पशु की सबसे ज्यादा दुर्गति हो रही है तो वह है गौ-धन| देशी नस्ल की गायें जो ज्यादा दूध नहीं देती पशुपालकों को फायदेमंद नहीं लगती परिणाम स्वरूप पशुपालकों ने देशी गायों को छोड़ना शुरू कर दिया| और घर से निकाले जाने के बाद ऐसे गायें आवारा घूमने लगी आखिर उन्हें भी तो भोजन चाहिए सो भूखी गायें अपनी भूख मिटाने किसानों की खेतों में खड़ी फसलों पर आक्रमण करने लगी| परिणाम स्वरुप किसान भी अपनी फसलें गायों द्वारा उजाड़ने पर त्रस्त हुए|

हमारे गांव भगतपुरा में भी यही हुआ आस-पास के गांवों की छोड़ी गायों के झुण्ड ने किसानों की फसलों को नुक्सान पहुंचाकर किसानों की नींद हराम करदी|
गांव में हर वर्ष किसान किसी सुनी पड़ी हवेली में गायों को बंद कर वहां उनके लिए चारा डालकर अपनी फसलों को बचाने का अस्थाई उपाय अक्सर हर वर्ष करते रहते थे|

गांव के किसानों की मुसीबत और गायों को दुर्दशा से बचाने को आखिर गांव के समाजसेवी श्री रामनिवास मिश्रा पुत्र श्री जयकिशन जी मिश्रा ने गांव में एक गौ-शाला बनाने का निश्चय किया और उन्होंने गांव में एक गौ-शाला का बिना किसी की सहायता के निर्माण भी करा दिया और आज यह गौ-शाला सुचारू रूप से चल रही है सत्तर से अधिक गाये जो आवारा घुमती थी को इस गौ-शाला में आराम से रहने को आश्रय मिल गया है इस गौ-शाला के बनने के बाद जहाँ सत्तर से अधिक गायों की हालात में सुधार आया है वहीँ गाँव के कृषकों को भी सकून मिला है|

गांव के किसानों को गौ-शाला बनाने व इसे संचालित करने के लिए श्री रामनिवास मिश्रा का आभार मानते हुए इसके सञ्चालन में सक्रीय भागीदारी निभानी चाहिए साथ हर खेत से इन गायों के लिए हर वर्ष कम से कम एक गाड़ी चारा अवश्य भिजवाना चाहिए| इस गौ-शाला का सफल सञ्चालन ही गांव के किसानों के लिए फायदेमंद है|







भगतपुरा.कॉम इस शानदार गौ-शाला के निर्माण और संचालन के लिए श्री रामनिवास जी मिश्रा का हार्दिक आभार प्रकट करती है|

Sep 23, 2011

महाराव शेखाजी की प्रतिमा अनावरण समारोह में बड़े जोश से भाग लिया ग्रामवासियों ने

20 सितम्बर 2011 को शेखावाटी के रलावता गांव में संपन्न हुए महाराव शेखाजी की प्रतिमा के अनावरण समारोह में भगतपुरा वासियों ने भी बड़े जोश के साथ भाग लिया|ज्ञात हो २० सितम्बर को शेखावाटी व शेखावत वंश के प्रतिष्ठाता,नारी सम्मान के रक्षक और साम्प्रदायिक सदभाव के प्रतीक महाराव शेखाजी के स्मारक पर राव शेखाजी की नवनिर्मित प्रतिमा का अनावरण महामहिम राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने किया था|

इस अवसर पर राजस्थान के राज्यपाल शिवराज पाटिल,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,केन्द्रीय मंत्री भंवर जीतेन्द्रसिंह,महादेवसिंह खंडेला,सचिन पायलट,राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष श्री दीपेंद्रसिंह शेखावत,शाहपुरा के राव राजेंद्रसिंह के अलावा शिक्षाविद और राष्ट्रपति के पति डा.देवीसिंह शेखावत व कांग्रेस के महासचिव श्री दिग्विजयसिंह ने समारोह में शिरकत की|
इस अवसर पर राजस्थान के सभी दलों के विद्यायक व कई सांसद भी शरीक हुए|

ग्राम भगतपुरा से प्रतिमा समारोह में जाने के लिए क्षत्रिय युवक संघ के कार्यकर्ताओं ने निशुल्क बस की सुविधा उपलब्ध कराई जिसमे बैठकर सैंकडों कार्यकर्त्ता व ग्रामीण समारोह स्थल पहुंचे| इसके अलावा गांव के कई परिवार समारोह स्थल तक अपने परिवारों के साथ अपने निजी वाहनों से पहुंचे|


समारोह में जाने के लिए तैयारी करते ग्रामवासी


समारोह में जाने के लिए तैयारी करते ग्रामवासी



महाराव शेखाजी की जयकार करते रलावता प्रस्थान करते क्षत्रिय युवक संघ,भगतपुरा के कार्यकर्त्ता

Aug 29, 2011

श्री क्षत्रिय युवक संघ शिविर


दिनांक 28 अगस्त 2011 से 30 अगस्त 2011 तक गांव में श्री क्षत्रिय युवक संघ का तीन दिवसीय शिविर श्री शिवलालसिंह जी,राजपुरा व श्री गौरीशंकरजी,दीपपुरा के सानिध्य में चल रहा है जिसमे सैंकडों क्षत्रिय युवक भाग ले रहे है|


कार्यक्रम में भाग लेते क्षत्रिय युवक



कार्यक्रम में भाग लेते क्षत्रिय युवक



संघ के शिविर में विचार विमर्श करते हुए बुजुर्ग क्षत्रिय



शिविर में पुस्तकों का अवलोकन करते हुए क्षत्रिय युवक