राज्य में हाल ही सम्पन्न हुये विधानसभा चुनावों में गांव में भाजपा का पलड़ा भारी रहा, हालाँकि गांव के अधिसंख्य मतदाता भाजपा का पारम्परिक वोट बैंक है फिर भी पिछले चार चुनावों में लगातार माकपा की जीत के चलते गांव में भाजपा के काफी पारम्परिक वोट माकपा की और खिसक गये थे, वैसे भी इन चुनावों से पहले हुये ज्यादातर चुनावों में भाजपा यहाँ तीसरे स्थान पर होने के कारण भी उसके पारम्परिक वोट अन्य पार्टियों की और खिसके गये थे|
इस बार राज्य चुनावों में चली मोदी लहर का असर गांव में भी व्यापक पैमाने में देखने को मिला, पिछले चुनावों में भाजपा प्रत्याशी गोवर्धन वर्मा द्वारा आशा के विपरीत ज्यादा वोट प्राप्त करने के कारण भी इस बार भाजपा का खिसका पारम्परिक वोट फिर भाजपा के पक्ष में जीत की उम्मीद कर आ जुटा| और यही कारण था कि इस बार गांव में भाजपा के पक्ष में लहर साफ़ दिखाई दे रही थी| हालाँकि माकपा कार्यकर्ताओं की अति-सक्रियता के चलते मतदान पूर्ण होने के बाद यही कयास लगाये जा रहे थे कि- इस बार भी गांव में माकपा प्रत्याशी आगे रहेगा या बराबर| पर जब मतगणना के परिणाम आये तो गांव के दोनों बूथों पर भाजपा आगे रही|
गांव के कुल १४५० मतों में से ९६४ मत पड़े, जिनमें भाजपा को ४६५, माकपा को ३२१, कांग्रेस को ११० व अन्य को ४४ वोट मिले वहीँ २४ मतदाताओं ने नोटा पर चटका लगाया|
Dec 21, 2013
गांव के मुकन्दाराम ने रिश्वत मांगने वाले भ्रष्ट बिजली कर्मियों को पकड़वाया
भगतपुरा निवासी मुकंदाराम ने अपने कुएं से घर में बिजली का तार लगा रखा था। बुधवार को मुकेश वर्मा व रवि कुमार उसके कुएं पर गए। अवैध रूप से तार
लगाने पर वीसीआर भरने की बात कही। इन्होंने वहां फोटोग्राफी की मुकंदाराम
को ऑफिस में आने की बात कहकर लौट आए।
गुरुवार को मुकंदाराम ऑफिस पहुंचा तो लाइनमैन ने पांच हजार रुपए मांगे, तो उसने शिकायत एसीबी में की। सत्यापान के बाद एसीबी टीम ने कार्रवाई का फैसला किया। लाइनमैन ने मुकंदाराम से कहा कि शुक्रवार को जेईएन को तीन हजार रुपए दे देना। शुक्रवार सुबह वह जेईएन को पैसे देने गया। पैसे लेते ही जेईएन को एसीबी कार्रवाई की भनक लग गई और वह कार लेकर खूड़़ की तरफ चला गया। एसीबी टीम ने पीछा कर उसे दबोच लिया। इसके बाद कार्यालय से लाइनमैन को भी पकड़ गया। आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
@ भास्कर समाचार के अनुसार -
एसीबी ने बिजली निगम के खूड़़ जीएसएस जेईएन मुकेश वर्मा को तीन हजार की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जेईएन ने वीसीआर नहीं भरने की एवज में यह राशि ली थी। वह कार्यालय के ही लाइनमैन रवि कुमार के मार्फत रिश्वत ले रहा था। एसीबी ने लाइनमैन को भी गिरफ्तार कर लिया है।
घूस के लिए पहले पांच हजार रुपए मांगे थे। बाद में तीन हजार में सौदा तय हुआ। एसीबी की गिरफ्त में आए मुकेश वर्मा ने पूछताछ में बिजली निगम को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। उसने एसीबी टीम से कहा है कि साहब, पूरा विभाग ही भ्रष्ट है। बिजली चोरी पकडऩे जाओ तो पैसे बरसते हैं। वीसीआर के नाम पर खूब आमदनी होती है। सब लेते हैं। इसलिए मैं कैसे बच सकता था।
गुरुवार को मुकंदाराम ऑफिस पहुंचा तो लाइनमैन ने पांच हजार रुपए मांगे, तो उसने शिकायत एसीबी में की। सत्यापान के बाद एसीबी टीम ने कार्रवाई का फैसला किया। लाइनमैन ने मुकंदाराम से कहा कि शुक्रवार को जेईएन को तीन हजार रुपए दे देना। शुक्रवार सुबह वह जेईएन को पैसे देने गया। पैसे लेते ही जेईएन को एसीबी कार्रवाई की भनक लग गई और वह कार लेकर खूड़़ की तरफ चला गया। एसीबी टीम ने पीछा कर उसे दबोच लिया। इसके बाद कार्यालय से लाइनमैन को भी पकड़ गया। आरोपियों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
@ भास्कर समाचार के अनुसार -
एसीबी ने बिजली निगम के खूड़़ जीएसएस जेईएन मुकेश वर्मा को तीन हजार की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जेईएन ने वीसीआर नहीं भरने की एवज में यह राशि ली थी। वह कार्यालय के ही लाइनमैन रवि कुमार के मार्फत रिश्वत ले रहा था। एसीबी ने लाइनमैन को भी गिरफ्तार कर लिया है।
घूस के लिए पहले पांच हजार रुपए मांगे थे। बाद में तीन हजार में सौदा तय हुआ। एसीबी की गिरफ्त में आए मुकेश वर्मा ने पूछताछ में बिजली निगम को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। उसने एसीबी टीम से कहा है कि साहब, पूरा विभाग ही भ्रष्ट है। बिजली चोरी पकडऩे जाओ तो पैसे बरसते हैं। वीसीआर के नाम पर खूब आमदनी होती है। सब लेते हैं। इसलिए मैं कैसे बच सकता था।
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