गांव में विभिन्न स्थानों पर ग्राम पंचायत ने सोलर स्ट्रीट लाईट लगाईं थी| इन लाइट्स में से ज्यादातर लाइट्स कुछ ही माह बाद ख़राब होकर बंद हो गयी| लाइट्स पर लिखे कम्पनी के टोल फ्री नंबर पर फोन लगाने पर बंद मिला| सरपंच व ग्राम सेवक से भी कई बार अनुरोध करने के बाद इन लाइट्स को ठीक करवाने हेतु कोई कदम नहीं उठाया गया|
इस बीच पता चला कि इन लाइट्स की खरीद में भी घोटाला किया गया है| कम्पनी से सीधे मूल्य सूची मांगने पर कम्पनी ने 14500 रूपये प्रति लाईट कीमत बताई जबकि ग्राम सेवक से मिली जानकारी के आधार पर ग्राम पंचायत ने ये लाइट्स 21700 रूपये प्रति लाईट खरीदी थी| इस तरह इन लाइट्स की खरीद में भारी घोटाला किया गया|
जिला परिषद को विभिन्न पंचायतों द्वारा सोलर लाइट्स में घोटाला किये जाने की जानकारी मिलने के बाद जांच कर जिले की 121 ग्राम पंचायतों को दोषी पाया| जिनमें सामी ग्राम पंचायत भी दोषी पाई गई और जिला परिषद अधिकारी द्वारा सामी ग्राम पंचायत सहित 121 ग्राम पंचायत सरपंचों व ग्राम सेवकों को अपनी जेब से इन पर खर्च हुआ धन जमा कराने का नोटिस दिया गया साथ ही यह भी कहा गया कि समय पर यह धन राजकोष में जमा नहीं कराने वालों के यहाँ कुड़की की कार्यवाही की जायेगी|
इस बीच पता चला कि इन लाइट्स की खरीद में भी घोटाला किया गया है| कम्पनी से सीधे मूल्य सूची मांगने पर कम्पनी ने 14500 रूपये प्रति लाईट कीमत बताई जबकि ग्राम सेवक से मिली जानकारी के आधार पर ग्राम पंचायत ने ये लाइट्स 21700 रूपये प्रति लाईट खरीदी थी| इस तरह इन लाइट्स की खरीद में भारी घोटाला किया गया|
जिला परिषद को विभिन्न पंचायतों द्वारा सोलर लाइट्स में घोटाला किये जाने की जानकारी मिलने के बाद जांच कर जिले की 121 ग्राम पंचायतों को दोषी पाया| जिनमें सामी ग्राम पंचायत भी दोषी पाई गई और जिला परिषद अधिकारी द्वारा सामी ग्राम पंचायत सहित 121 ग्राम पंचायत सरपंचों व ग्राम सेवकों को अपनी जेब से इन पर खर्च हुआ धन जमा कराने का नोटिस दिया गया साथ ही यह भी कहा गया कि समय पर यह धन राजकोष में जमा नहीं कराने वालों के यहाँ कुड़की की कार्यवाही की जायेगी|