भगतपुरा में कोई एतिहासिक ईमारत या ऐसी कोई दर्शनीय जगह तो नहीं कि यहाँ विदेशी पर्यटकों का आना जाना हो बावजूद आजकल गावं में विदेशी पर्यटको का आने का तांता लगा रहता है पडोसी गांव हुडील स्थित होटल फतह विलास में रुकने वाले सभी विदेशी पर्यटक भगतपुरा में जस्जी शेखावत की ढाणी में घुड़ सवारी करने पहुँचते है | होटल फतह विलास के संचालकों के प्रयास से भगतपुरा गांव भी पर्यटन मानचित्र पर तेजी से उभर रहा है |
भगतपुरा जस्जी की ढाणी में घुड़ सवारी का आनन्द लेते पर्यटक ;
Sep 21, 2009
Jun 7, 2009
परिचय:महावीर सिंह शेखावत
गांव के कुछ लोगों के परिचय की इस श्रृंख्ला में आज प्रस्तुत कर रही हूँ मेरे काकोसा (चाचाजी) महावीर सिंह जी शेखावत का परिचय :-
आपका जन्म भगतपुरा गांव में ही श्री मदन सिंह जी शेखावत के घर २५ मार्च १९६९ को हुआ था | श्री कल्याण कालेज सीकर से अपनी पढाई पूरी करने के बाद कुछ दिन दिल्ली में कार्य किया उसके बाद कई वर्षों तक जयपुर की एक कंपनी में लेखाकार का कार्य करने के बाद आप ८ साल पहले इटली चले आये | जहाँ आप अपने परिवार सहित (भैया भरत सिंह व विवेक सिंह सहित ) इटली के मिलान शहर के पास रहते हुए मिलान शहर में ही एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है | गांव व सीकर की स्थानीय राजनीती में गहरी रूचि रखने व मिलनसार स्वभाव के चलते आपको गांव का हर व्यक्ति पसंद करता है | गांव व सीकर की स्थानीय राजनीती में रूचि का पता इसी बात से चलता है कि हमें गांव व स्थानीय राजनीती के समाचार दिल्ली में वाया इटली आपसे ही पता चलते है | पिछले दिनों २८ मार्च २००९ को मेरे भैया की शादी में चाचाजी खास तौर पर इटली से भगतपुरा पधारे थे और अपनी मित्र मंडली के साथ शादी में नाचने का भरपूर मजा लेते हुए खूब धमा-चौकडी मचाई | चाचाजी आपकी अगली भारत यात्रा का इंतजार रहेगा |
आपका जन्म भगतपुरा गांव में ही श्री मदन सिंह जी शेखावत के घर २५ मार्च १९६९ को हुआ था | श्री कल्याण कालेज सीकर से अपनी पढाई पूरी करने के बाद कुछ दिन दिल्ली में कार्य किया उसके बाद कई वर्षों तक जयपुर की एक कंपनी में लेखाकार का कार्य करने के बाद आप ८ साल पहले इटली चले आये | जहाँ आप अपने परिवार सहित (भैया भरत सिंह व विवेक सिंह सहित ) इटली के मिलान शहर के पास रहते हुए मिलान शहर में ही एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है | गांव व सीकर की स्थानीय राजनीती में गहरी रूचि रखने व मिलनसार स्वभाव के चलते आपको गांव का हर व्यक्ति पसंद करता है | गांव व सीकर की स्थानीय राजनीती में रूचि का पता इसी बात से चलता है कि हमें गांव व स्थानीय राजनीती के समाचार दिल्ली में वाया इटली आपसे ही पता चलते है | पिछले दिनों २८ मार्च २००९ को मेरे भैया की शादी में चाचाजी खास तौर पर इटली से भगतपुरा पधारे थे और अपनी मित्र मंडली के साथ शादी में नाचने का भरपूर मजा लेते हुए खूब धमा-चौकडी मचाई | चाचाजी आपकी अगली भारत यात्रा का इंतजार रहेगा |
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